राज्य एवं केंद्रीय टीम कर रही है राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम की मॉनिटरिंग

चंपारण की खबर::
-राज्य एवं केंद्रीय टीम कर रही है राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम की मॉनिटरिंग

– 8 हजार 600 से ज्यादा मरीजों का हो रहा है इलाज

मोतिहारी / राजन द्विवेदी।

टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जिले में राज्य एवं केंद्रीय टीम के सदस्यों के द्वारा राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत प्रखंडों में चल रहें मेडिकल कैंप में यक्ष्मा रोगियों की पोर्टेबल एक्स रे मशीन से हो रहें जांच का निरीक्षण किया जा रहा है। चाय दिल्ली के अहेली बासु ने कहा कि पोर्टेबल एक्स रे मशीन से अब टीबी मरीजों की जांच बेहद कम समय में आसानी से हो जा रही है, उन्होंने बताया की इस मशीन से एक दिन में ही सैकड़ों लोगों की जाँच की जा रही है। जिससे टीबी मरीजों की खोज आसानी से हो रही है। इस संबंध में वर्ल्ड विजन इंडिया के जिला प्रतिनिधि रामजनम सिंह ने बताया कि जिले के 27 प्रखंडो के पीएचसी स्तर पर एवं अनुमण्डलीय अस्पतालों में मेडिकल कैंप लगाकर यक्ष्मा रोगियों की पहचान की जा रहीं है, ताकि टीबी मरीजों का समय पर पहचान एवं इलाज कर इसके प्रसार को खत्म किया जा सकें। उन्होंने बताया कि अल्ट्रा पोर्टेबल डिजिटल एक्स-रे मशीन से टीबी की एक्टिव केस की फाइंडिंग की जा रहीं है। जिससे टीबी मरीजों की पहचान बेहद कम समय में हो रही है। उन्होंने बताया की वर्ष 2019 में जिले में टीबी मरीजों की संख्या 4092 थीं, 2020 में 5118, 2021 में 6141, 2022 में 7094, वहीं 2023 में टीबी मरीजों की संख्या बढ़कर 8531 तक पहुंच गईं है, जिनमें पुरुष 5103, महिलाए 3427, बच्चे 787 है, वहीं एमडीआर के 176 मामले है। उन्होंने बताया की टीबी एक संचारी रोग है जिसमें सावधानी पूर्वक पूरी दवा का कोर्स करना जरूरी होता है। उन्होंने बताया की जिले के सभी सरकारी अस्पताल में टीबी की मुफ्त जांच एवं दवाए उपलब्ध है।
केसरिया प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य विभाग एवं वर्ल्ड विज़न इंडिया संस्था के सहयोग से कैम्प का आयोजन कर टीबी के संदिग्ध मरीजों का स्क्रीनिंग अल्ट्रा पोर्टेबल डिजटल एक्सरे मशीन से किया गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अर्चना ने बताया की हेल्थ कैम्प में लगभग 116 रोगियों का पोर्टेबल मशीन से एक्सरे किया गया जिसमें से 18 टीबी के रोगी पाये गये, उन्होंने बताया की मरीजों का बलगम संग्रह कर नेट टेस्टिंग के लिये भेजा गया है, बलगम जांच में पोजेटिव पाये जाने पर उन सभी रोगियों को टीबी की मेडिसिन चलाया जायेगा।
अमरजीत प्रभाकर, स्टेट लीड चाय पटना ने बताया की टीबी से बचाव के लिए सावधानी जरूरी है, टीबी के लक्षण होने पर बलगम की जांच कराएं। एक्स-रे कराएं।

चिकित्सक द्वारा पुष्टि करने पर सावधानी बरतें। घरों में साफ-सफाई रखें। बीमार व्यक्ति मुंह पर रुमाल लगाकर चले। जिला टीबी अस्पताल, सभी पीएचसी एवं डाट्स सेंटर पर टीबी मरीजों का इलाज होता है। वहां से नि:शुल्क दवाएं ले सकते हैं।बीच में दवा न छोड़ें।इलाज के दौरान खूब पौष्टिक खाना खाएं। एक्सरसाइज करें, योग करें।
मौके पर अमरजीत प्रभाकर, स्टेट लीड चाय पटना, मिस अहेली बासु, कम्युनिकेशन एक्सपर्ट, चाय दिल्ली
रामजनम सिंह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अर्चना, डिस्ट्रिक्ट लीड वर्ल्ड विज़न इंडिया, जितेन्द्र कुमार, डिस्ट्रिक्ट सुपरवाइजर, अनुप्रिया सिंह, एसटीएस संजीव सिंह, महिपाल यादव, सीएचओ उत्कर्ष कुमार, कम्युनिटी कोऑर्डिनेटर मुकुल कुमार, ऐक्स रे टेक्नीशियन व अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे।

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