पैसे की तंगी से नहीं बन सका इंजिनियर,रिक्की ने जुगाड़ से बना दिया फाइटर प्लेन, 300 फ़ीट ऊपर तक भड़ती है उड़ान

-पैसे की तंगी से नहीं बन सका इंजिनियर,रिक्की ने जुगाड़ से बना दिया फाइटर प्लेन, 300 फ़ीट ऊपर तक भड़ती है उड़ान

दीपक कुमार तिवारी।पटना/ मुजफ्फरपुर।

बिहार में टैलेंट की कमी नहीं है,संसाधनों की कमी और अभाव की जिंदगी में भी यहां के लोग कुछ न कुछ बेहतर करने के प्रयास में होते हैं। उसमें भी युवाओं की बात तो और निराली है। कई मौकों पर देखा जाता है कि बिहारी युवा जुगाड़ तंत्र से भी ऐसा काम कर जाते है, जिसकी चर्चा दूर दूर तक होती है।ताज़ा वाक्या भी कुछ ऐसा हीं है।बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के सुजावलपुर गांव का भी एक ऐसा ही युवा है रिक्की शर्मा, जो इंजिनियर बनना चाहता था, लेकिन पैसे के अभाव में इंजिनियरिंग नहीं कर सका।लिहाजा उसने अपने शौक को मरने नहीं दिया। शौक को हुनर में बदलने की जिद ने उसे कामयाबी दिलाई। आर्थिक तंगी जब बाधा बनी तो उसने जुगाड़ से फाइटर प्लेन बना दिया है। रिक्की ने मछली के डब्बे में प्रयोग होने वाले थर्मोकोल से F-22 रैपटर मॉडल फाइटर प्लेन बनाया है, जो 300 फ़ीट की ऊंचाई तक उड़ान भड़ती है।
दरअसल रिक्की के इस प्रयोग से आसपास के लोग भी हैरान हैं। जब रिक्की अपने गांव में इस प्लेन को उड़ाता है तो उसकी आवाज सुनकर लोग घर से बाहर निकलकर आसमान में देखने लगते हैं।


आपको बता दें कि रिक्की BA का छात्र है। उसके पिता नवल किशोर शर्मा लकड़ी के काम के साथ साथ साउंड सिस्टम का काम करते हैं।रिक्की नौवीं कक्षा से ही इसे बनाने के बारे में सोंचता था। रिक्की ने बताया कि उसने इसे महज एक सप्ताह के अंदर बना लिया। प्लेन बनाने में महज 7-8 हजार रूपये खर्च हुए।
रिक्की के दादा बताते हैं कि उनका पोता इंजिनियर बनना चाहता था, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। जिसकी वजह से उसे अपना सपना छोड़ना पड़ा, लेकिन उसके अंदर का टैलेंट नहीं दबा। वह लगातार कुछ नया बनाने की कोशिश में रहता है।

deepak