चिराग पासवान के बयान से बिहार की सियासत में नई खलबली, महागठबंधन में ‘टूट’ के संकेत? कांग्रेस ने किया पलटवार
-चिराग पासवान के बयान से बिहार की सियासत में नई खलबली, महागठबंधन में ‘टूट’ के संकेत? कांग्रेस ने किया पलटवार
पटना।ब्यूरो। बिहार की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। सत्ता और विपक्ष के बीच चल रही सियासी जुबानी जंग के बीच केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने ऐसा दावा कर दिया है जिसने पटना के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी है।
चिराग पासवान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महागठबंधन के कई विधायक NDA के संपर्क में हैं, और जल्द ही राजनीतिक समीकरणों में बड़ी करवट देखने को मिल सकती है। हालांकि उन्होंने किसी दल या विधायक का नाम नहीं लिया।
उन्होंने तीखे स्वर में कहा कि विपक्ष के कई विधायकों को लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वे “जनता की सेवा अधिक मजबूती से कर सकते हैं।” चिराग का आरोप है कि विपक्ष का काम सिर्फ हंगामा, बाधा और नकारात्मक राजनीति तक सिमट गया है। “संसद से लेकर विधानसभा तक विपक्ष जनता के हित में कोई ठोस पहल नहीं करता,” चिराग ने कहा।

आगामी विधानसभा सत्र को लेकर भी चिराग ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि यह भी “विपक्षी शोरगुल का मंच” बनकर रह जाएगा। उनके मुताबिक, महागठबंधन में आंतरिक असंतोष बढ़ा है और कुछ विधायक “नए सियासी ठिकाने” की तलाश में हैं।
कांग्रेस का पलटवार — ‘मनगढ़ंत और सियासी शरारत’:
चिराग के बयान पर कांग्रेस ने कड़ा हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि यह दावा पूरी तरह “मनगढ़ंत, अफ़वाह और सियासी शरारत” है। उन्होंने कहा कि 2020 में भी ऐसी अटकलें गर्माई थीं, लेकिन कांग्रेस के सभी 19 विधायक एकजुट रहे थे।
राजेश राम ने दोहराया कि इस बार भी “कांग्रेस में न टूट की गुंजाइश है और न बेचैनी।”
NDA की भारी जीत के बाद बढ़ा मनोवैज्ञानिक दबाव:
हालिया विधानसभा चुनाव में NDA ने 243 में से 202 सीटें जीतकर सत्ता पर पकड़ मजबूत की है। विश्लेषकों का मानना है कि चिराग का यह बयान NDA की सियासी बढ़त का मनोवैज्ञानिक असर भी हो सकता है, जिससे विपक्ष पर और दबाव बढ़ता दिख रहा है।
चिराग पासवान के ताज़ा बयान ने बिहार की सियासत में नया तूफ़ान खड़ा कर दिया है। आने वाले दिनों में राजनीतिक समीकरण किस दिशा में करवट लेते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।



