नए संसद भवन की तर्ज पर यूपी में यहां बनेगा नया विधानभवन, तीन हजार करोड़ रुपये का आएगा खर्च

-नए संसद भवन की तर्ज पर यूपी में यहां बनेगा नया विधानसभा भवन, तीन हजार करोड़ रुपये का आएगा खर्च

लखनऊ।सम्वाददाता।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर 25 दिसंबर को प्रदेश में नए विधानभवन के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया जा सकता है। नया विधानभवन बनाने के लिए दारुलशफा सहित कुछ और स्थानों की मिट्टी की जांच का काम शुरू हो गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर नए वि़धानभवन के लिए जगह तय की जाएगी।

तीन वर्ष में काम होगा पूरा:

वैसे तो नए विधानभवन की अनुमानित लागत तीन हजार करोड़ रुपये बताई जा रही है लेकिन सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में फिलहाल 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था कर रखी है। निर्माण कार्य में तीन वर्ष का समय लग सकता है। राज्य की बढ़ती आबादी के साथ ही भविष्य में परिसीमन के बाद विधानसभा क्षेत्रों की संख्या बढ़ने पर लगभग 100 वर्ष पुराने मौजूदा विधानभवन से काम नहीं चलने वाला है।

जिस तरह भविष्य में सांसदों की संख्या बढ़ने के मद्देनजर नया संसद भवन बनाया गया है उसी तरह राज्य में नया विधानभवन बनाने की तैयारी है। नए विधानभवन के लिए दारुलशफा व सीजी सिटी सहित दो-तीन स्थान देखे गए हैं। सर्वाधिक उम्मीद पुराने विधानभवन के सामने बने लोकभवन के समीप दारुलशफा परिसर की जमीन पर नए विधानभवन को बनाए जाने की है।

चूंकि भव्य विधानभवन बनाया जाना है इसलिए कंसल्टेंट नियुक्त कर निर्माण कार्य शुरू करने से पहले मिट्टी की जांच केबीएम इंजीनियरिंग रिसर्च लेबोरेटरी से कराई जा रही है। अहमदाबाद की कंपनी ने दारुलशफा में मिट्टी के नमूने लेकर जांच शुरू कर दी है। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना का कहना है कि नए विधानभवन के लिए अभी स्थान तय नहीं है।

विभिन्न स्थलों की मिट्टी की जांच रिपोर्ट आने के बाद नए विधानभवन के स्थल को तय किया जाएगा। सरकार की कोशिश यही है कि है कि वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले नए विधानभवन का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए। मौजूदा 18वीं विधानसभा का कम से कम एक सत्र का आयोजन नए विधानभवन में हो सके।

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