मोतिहारी में बेटियों और महिलाओं के लिए बड़ा सुरक्षा चक्र तैयार: एसपी

जिले भर में 'अभया ब्रिगेड' का किया गठन

-मोतिहारी में बेटियों और महिलाओं के लिए बड़ा सुरक्षा चक्र तैयार: एसपी

-जिले भर में ‘अभया ब्रिगेड’ का किया गठन

मोतिहारी, राजन द्विवेदी।

पूर्वी चंपारण जिले की बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस ने अब तक का सबसे बड़ा सुरक्षा चक्र तैयार किया है। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के नेतृत्व में जिले भर में ‘अभया ब्रिगेड’ का गठन किया गया है। अब स्कूल, कॉलेज या कोचिंग के बाहर खड़े होकर फब्तियां कसने वाले या सीटी बजाने वाले मनचलों को पुलिस न सिर्फ सबक सिखाएगी, बल्कि उनका भविष्य भी दांव पर लग सकता है।
इसके लिए शहर से लेकर गांव तक 50 स्कूटी सवार दस्ते हर वक्त मुस्तैद रहेंगे।
पकड़े जाने पर मनचलों का नाम पुलिस के ‘गुंडा रजिस्टर’ में दर्ज होगा।
आरोपी युवकों को हर रविवार थाने में आकर हाजिरी (परेड) लगानी होगी।
बीएस की सख्त धाराएं कुछ इस प्रकार है। अनैतिक व्यवहार और कमेंटबाजी पर नए कानून बीएस की धाराओं के तहत तत्काल एफआईआर दर्ज और गिरफ्तारी।
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि अभया ब्रिगेड विशेष रूप से महिला दस्ता टीम है, जिसमें महिला और पुरुष सिपाही शामिल हैं। इन्हें अत्याधुनिक स्कूटी दी गई है ताकि ये गलियों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में आसानी से गश्त कर सकें। इनका मुख्य फोकस स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान, पार्क और पिकनिक स्पॉट होंगे। एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा है कि
“हमारा उद्देश्य महिलाओं के मन से डर निकालना और अपराधियों के मन में खौफ पैदा करना है। जो भी युवक मर्यादा लांघेगे, पुलिस उनके साथ कोई नरमी नहीं बरतेगी।


– तीन स्तरों पर होगी कड़ी कार्रवाई

पुलिस की यह कार्रवाई केवल चेतावनी तक सीमित नहीं रहेगी।
पहली गलती पर काउंसलिंग होगी । पहली बार पकड़े जाने पर परिजनों को थाने बुलाया जाएगा और चेतावनी दी जाएगी।
यदि व्यवहार अनैतिक पाया गया या शिकायत गंभीर हुई, तो सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर जेल भेजा जाएगा।
वहीं दोषियों का नाम गुंडा पंजी में दर्ज होगा और उन्हें
हर हफ्ते रविवार को थाने में परेड करनी होगी। ताकि उन पर पुलिस की नजर बनी रहे।

एसपी की ‘वॉर्निंग :

एसपी ने युवाओं को कड़ी चेतावनी दी है। कहा है कि वे ऐसी हरकतों से बाज आएं। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि छेड़खानी के मामलों में ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाएं और सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें।

Related Articles