बिहार के उद्योग विभाग ने 70.28 करोड़ के निवेश प्रस्तावों को दी मंजूरी

बिहार के उद्योग विभाग ने 70.28 करोड़ के निवेश प्रस्तावों को दी मंजूरी

-7 नई परियोजनाओं से औद्योगिक विकास को मिलेगा प्रोत्साहन

पटना।संवाददाता।

बिहार में औद्योगिक विकास को गति देने के उद्देश्य से उद्योग विभाग ने 70.28 करोड़ रुपये के कुल निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी है। चरण 1 के तहत, 2 करोड़ से अधिक निवेश वाली 7 परियोजनाओं को हरी झंडी दी गई है। इन परियोजनाओं के माध्यम से राज्य के विभिन्न जिलों में स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन, तकनीकी शिक्षा में सुधार, फूड प्रोसेसिंग और पशुपालन के विकास को प्रोत्साहन मिलेगा। बिहार के औद्योगिक क्षेत्र में यह बड़ा कदम माना जा रहा है, जो राज्य को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने में सहायक साबित हो सकता है।

*स्वीकृत परियोजनाओं का विस्तृत विवरण*

*1. पिनैक्स स्टील इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड*

स्थान: देवकुली, बिहटा, पटना

निवेश: ₹38.55 करोड़

पटना के बिहटा क्षेत्र में स्थित पिनैक्स स्टील इंडस्ट्रीज का उद्देश्य स्टील निर्माण में उन्नत तकनीकों का उपयोग करना और गुणवत्ता में सुधार करना है। इसके जरिए स्थानीय क्षेत्र में सीधा रोजगार मिलने की संभावना है। स्टील उद्योग में इस निवेश से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि इससे राज्य की आर्थिक प्रगति में भी सहारा मिलेगा।

*2. एल पी सराफ एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट – पॉलिटेक्निक कॉलेज*

निवेश: ₹10.20 करोड़

यह प्रोजेक्ट तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है। बिहार में पॉलिटेक्निक कॉलेज की स्थापना से युवाओं को उच्च स्तर की तकनीकी शिक्षा उपलब्ध होगी, जो उनकी कौशल को विकसित कर उन्हें उद्योगों में रोजगार प्राप्त करने में सक्षम बनाएगी। इस प्रकार की परियोजनाएं बिहार को तकनीकी और कौशल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रसर करेंगी।

*3. मेसर्स नमस्ते मिथिता फूड्स प्राइवेट लिमिटेड*

स्थान: मुक्तारपुर, कल्याणपुर, समस्तीपुर

निवेश: ₹4.77 करोड़

यह परियोजना बिहार के फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में एक नई शुरुआत है। फूड प्रोसेसिंग उद्योग किसानों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित हो सकता है क्योंकि उनके उत्पादों को बेहतर बाजार मिलेगा और इनकी आय में वृद्धि होगी। इसके अलावा, खाद्य प्रसंस्करण के माध्यम से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएंगे।

*4. मेसर्स सीएमजी पैकेजिंग*

स्थान: बियाडा औद्योगिक क्षेत्र, हाजीपुर, वैशाली

निवेश: ₹4.60 करोड़

पैकेजिंग उद्योग में यह निवेश एक महत्वपूर्ण कदम है। इस उद्योग से स्थानीय रूप से उत्पादों की पैकेजिंग को बढ़ावा मिलेगा, जिससे उत्पादों का मूल्य बढ़ेगा और बाजार तक उनकी पहुंच आसान होगी। हाजीपुर के बियाडा औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित यह परियोजना रोजगार सृजन के साथ-साथ छोटे व्यवसायों के विकास में सहायक होगी।

*5. मेसर्स टॉप टेन एंटरप्राइजेज*

स्थान: बरुराज (मोतीपुर), मुजफ्फरपुर

निवेश: ₹2.54 करोड़

मुजफ्फरपुर के इस क्षेत्र में टॉप टेन एंटरप्राइजेज के जरिए औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा और इससे उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।

*6. मेसर्स अशोका कैटल एंड पोल्ट्री फीड्स प्राइवेट लिमिटेड*

स्थान: औद्योगिक क्षेत्र बेला, दरभंगा

निवेश: ₹2.29 करोड़

पशु आहार और पोल्ट्री फीड उत्पादन में विशेषज्ञता के साथ, इस परियोजना से दरभंगा और आसपास के क्षेत्रों में पशुपालन और पोल्ट्री सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा। इससे किसानों को सीधे लाभ होगा और पशुपालन से जुड़े लोगों की आय में वृद्धि होगी।

*7. मां सरस्वती फ्लोर मिल*

स्थान: चोरमा, पकरी दयाल, पूर्वी चंपारण

निवेश: ₹2.49 करोड़

मां सरस्वती फ्लोर मिल से पूर्वी चंपारण में स्थानीय खाद्य उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा। इस मिल से क्षेत्र के लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे और फूड ग्रेन प्रोसेसिंग को बढ़ावा मिलेगा।

*बिहार के औद्योगिक विकास पर प्रभाव*

इन 7 परियोजनाओं के लिए स्वीकृत किए गए निवेश से बिहार के औद्योगिक परिदृश्य में बदलाव की उम्मीद है। राज्य के विभिन्न जिलों में होने वाले ये निवेश न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसरों में वृद्धि करेंगे, बल्कि युवाओं को कौशल-आधारित शिक्षा और स्थानीय किसानों को अपने उत्पादों के लिए बेहतर बाजार प्रदान करेंगे। इसके साथ ही बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के मुख्यमंत्री के विजन के अनुरूप, ये परियोजनाएं औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

औद्योगिक विशेषज्ञों का मानना है कि इन निवेशों से बिहार के उद्योग जगत को एक नई दिशा मिलेगी और राज्य के आर्थिक ढांचे को मजबूती मिलेगी।

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