लखीमपुर में सनसनीखेज मामला: शिक्षिका के परिजनों की प्रताड़ना से आहत कक्षा 10 की छात्रा ने की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस
-लखीमपुर में सनसनीखेज मामला: शिक्षिका के परिजनों की प्रताड़ना से आहत कक्षा 10 की छात्रा ने की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस
लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले के सम्पूर्णानगर क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। निजी स्कूल में कक्षा 10 में पढ़ने वाली छात्रा ने कथित तौर पर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली, जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव और रोष फैल गया है। छात्रा के परिजनों ने आरोप लगाया है कि स्कूल की एक शिक्षिका के परिजनों द्वारा की गई मारपीट, अपमान और धमकी के कारण छात्रा ने यह कदम उठाया।
शिक्षिका अपने प्रेमी के साथ घर से गई थी, शक छात्रा पर जताया गया:
जानकारी के अनुसार तीन दिन पहले सम्पूर्णानगर के एक निजी स्कूल की शिक्षिका अपने प्रेमी के साथ लापता हो गई थी। उसी घटना के शक में शिक्षिका के परिजनों ने छात्रा को निशाना बनाया।
सोमवार को छात्रा स्कूल से लौटते समय किसी काम से खजुरिया गई थी। लौटते समय शिक्षिका के पिता और भाइयों ने उसे रास्ते से पकड़कर जबरन अपने घर में बंद कर दिया।
कथित तौर पर मारपीट और अश्लील हरकतों का आरोप:
पीड़ित परिजनों के अनुसार, छात्रा को कमरे में बंद कर उसके साथ मारपीट की गई और अश्लील हरकतें की गईं। उसे अपमानित किया गया और गलत तरीके से आरोप लगाया गया। किसी तरह चंगुल से निकलकर छात्रा घर पहुंची और रोते हुए अपनी मां को पूरी घटना बताई।

अगले दिन धमकी के बाद छात्रा ने खाया जहर:
मामला यहीं नहीं रुका। बताया जा रहा है कि अगले दिन शिक्षिका के पिता पांच लोगों के साथ छात्रा के घर पहुंचे और गाली–गलौज करते हुए पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी।
इस धमकी और दबाव के कारण मानसिक रूप से टूट चुकी छात्रा ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने शुरू की जांच:
सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। छात्रा की मां ने शिक्षिका के परिवार के खिलाफ तहरीर देकर कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
सीओ पूरनपुर प्रतीक दहिया ने कहा:
> “शिकायत प्राप्त हुई है। जांच की जा रही है और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।”
इलाके में तनाव, आक्रोश व्याप्त:
घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है और कठोर कार्रवाई की मांग उठ रही है। लोग इसे मानसिक प्रताड़ना और सामाजिक दबाव से हुई मौत बता रहे हैं।



