लायंस क्लब सरजापूरा ने गरीब बच्चों के बीच बांटी शिक्षण सामग्री
-दिवाली पर लायंस क्लब सरजापूरा 317 ई ने गरीब बच्चों के बीच बांटी शिक्षण सामग्री
पटना । संवाददाता।
बेंगलूरू लायंस क्लब सरजापूरा 317 ई ने ग्रामीण सरकारी स्कूल के बच्चों के साथ दीपोत्सव का पर्व मनाया। इस मौके पर मुंगुलु सरकारी स्कूल में बच्चों को नोटबुक, कॉपी, पेंसिलबॉक्स और जेमेट्रीबॉक्स के अलावा पढ़ाई के अन्य सामानों के साथ दीये भी बांटे गये।
थिंडलू प्राइमरी स्कूल, विल्लापूरा प्राइमरी स्कूल, बिक्खनअली प्राइमरी स्कूल में अति गरीब बच्चों के बीच शिक्षण सामग्री के अलावा खाने – पीने की सामग्री में पिज़्ज़ा और पुलीगेर का वितरण किया गया। पिज़्ज़ा और पुलीगेर का स्वाद उन गरीब मासूमों के मुख पर दीपो जैसी रौशनी बिखेर गया और बच्चे आंनद से सराबोर होकर इसका स्वाद लिए। थिंडलू प्राइमरी स्कूल में लायंस क्लब सरजापूरा के सौजन्य से हर माह के अंत में योगासेशन भी चलाया जाता है और इस बार दीपावली के शुभअवसर पर योगाभ्यास के साथ -साथ पढ़ाई और भोजन सामग्री के वितरण के अलावा दीये भी बाटे गए जिससे कि गरीब बच्चे अपने – अपने घरों में दीपावली का पावन पर्व हर्षोल्लास से मना सके।
शिक्षण और खाद्य सामग्री का वितरण लायंस क्लब सरजापुरा की अध्यक्ष पूजा चंद्रा जी के नेतृत्व में हुआ। पूजा चंद्रा लायंस क्लब 317 ई सरजापूरा के सौजन्य से होने वाले हर कार्य में अपनी टीम के साथ बढ़चढ़ कर शुरुआत से ही अपनी भागीदारी निभाती रहती है।
श्रीमती चंद्रा एक बिजनेस वीमेन और सॉफ्टवेयर इंजीनियर होने के साथ-साथ समाज सेविका भी हैं। पूजा चंद्रा गरीबों और जरुरतमंदो के साथ हर वक़्त खड़े रहती है यह कार्यशैली उनको आम लोगो से अलग करता है।
कोरोना काल में जब लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे थे तब भी ये बिना झिझक, बिना डरे अपना योगदान देती रहीं और गरीबों के लिए खड़ी रहीं। लायंस क्लब सरजापूरा के डायरेक्टर पैनल की एक डायरेक्टर विनीता नाग त्यागे हुए या इधर -उधर भटके हुए या रोगी कुत्ते को जिन्हे सुरक्षित संस्था में रखकर भोजन और अन्य जरुरतमंद चीजे देकर उनका पोषण किया जाता है वैसे कुत्तो के लिए पोषण सामग्री और अन्य भोज्य पदार्थ भी उपलब्ध कराती हैं।
दीपोत्सव के अवसर पर भी पूजने उन्हें पेडिग्री और भोज्य पदार्थ उपलब्ध कराकर जानवरों के प्रति अपना निश्छल प्रेम भाव दर्शायी है जो कि काबिलेतारीफ है। टीम के अन्य सदस्य जिला अध्यक्ष डॉ परमेश, सुपर्णा चटर्जी, संध्या जी, प्रदीप प्रदीप खुमन, रुपेश चंद्रा, दिपा जेकब, अमित सिंह, रमा कोचर, शोभा राव, सीमा सिंह, पूजा मिश्रा, वनीता नाग, डॉ चेतन और अन्य सदस्यों की भागीदारी और सक्रियता काबिले तारीफ रही।