-महागठबंधन में मार! सीपीआई (M) ने अपनी ही सरकार पर किया हमला,नीतीश तेजस्वी से सवाल पर बवाल
सम्वाददाता। पटना।
रामनवमी के दिन हुए हिंसा को लगभग दो माह गुजर चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी भी पीड़ित को राज्य सरकार की तरफ से मुआवजा नहीं मिला है। यह कहना है माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य पूर्व सांसद सुभाषिनी अली का। बिहारशरीफ के प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद पटना में पार्टी कार्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुभाषिनी अली ने कहा कि अभी तक सरकार के कोई मंत्री या सत्ताधारी दल के नेता वहां नहीं गए हैं। उन्होंने बिहार शरीफ में रामनवमी के दिन हुई हिंसा के लिए प्रशासनिक लापरवाही को जिम्मेदार बताया है।
पटना पहुंची पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने नीतीश-तेजस्वी की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहारशरीफ हिंसा के लिए अधिकारियों को कसूरवार ठहराया, साथ ही सरकार पर भी पीड़ितों की अनदेखी का आरोप मढ़ा। उन्होंने कहा कि वो सरकार से मिलकर प्रभावित परिवारों के मुआवजे की मांग करेंगी और लापरवाह अधिकारियों पर इस मामले में कार्रवाई होनी चाहिए।
बता दें बिहार शरीफ में रामनवमी समारोह के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान आगजनी और पथराव की घटनाएं हुईं, घरों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। घरों से पथराव और फायरिंग हुई थी। जिसके चलते इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई थी। इस मामले में 130 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
वहीं सुभाषिनी अली ने ओडिशा रेल हादसे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि पटरियों की मरम्मत नहीं होने के चलते हादसा हुआ। केंद्र सरकार कहती है कि कवच सुरक्षा के चलते हादसा नहीं हो रहे हैं। लेकिन इस हादसे का जिम्मेदार कौन है। सरकार बताए कि हादसे की असल वजह क्या है। साथ ही उन्होने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की भी मांग की।